हमको अपनी तलब से सीवा चाहिए आप जैसे हैं वैसी अता चाहिए ham ko apni talab ke siva chahayiye

 हमको अपनी तलब से सीवा चाहिए 

आप जैसे हैं वैसी अता चाहिए


क्यों कहूं यह अता वह अता चाहिए 

उनको मालूम है हमको क्या चाहिए


एक कदम भी ना हम चल सकेंगे हुजूर 

हर कदम पर करम आपका चाहिए


आपके इश्क में हम तड़पते तो है 

हर तड़प में बिलाली अदा चाहिए


भर के झोली मेरी मेरे सरकार ने 

मुस्कुरा कर कहा और क्या चाहिए


दर्दे जामी मिले नात खालिद लिखु

और अंदाज़े अहमद रजा चाहिए


गर तलब से भी कुछ मासिवा चाहिए 

उनका दामन नहीं छोड़ना चाहिए


नेअमतें दोनों आलम की देकर मुझे 

पूछते हैं बता और क्या चाहिए


उनके दर से तो सब कुछ मिलेगा मगर 

अपना किरदार भी देखना चाहिए


ले चलो अब मदीने को चारा गरो 

मुझको तैबा की आबो हवा चाहिए


दौरे हाजिर के राकित की क्या हैसियत 

अपने सीने में हैदर का दम चाहिए



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